Monday, September 24, 2007

ऐतबार

कर सको ऐतबार
कोई , इस काबिल नहीं है !
यहाँ डूबने वालों के लिए
शायद कोई साहिल नहीं है !
आयेंगे ज़िन्दगी की राह में
हाथ पकड़ने वाले तो बहुत !
उम्र भर साथ निभाने वाले
शायद इस भीड़ में
शामिल नहीं हैं !

3 comments:

deepanjali said...

very nice आपका ब्लोग बहुत अच्छा लगा.
ऎसेही लिखेते रहिये.
क्यों न आप अपना ब्लोग ब्लोगअड्डा में शामिल कर के अपने विचार ऒंर लोगों तक पहुंचाते.
जो हमे अच्छा लगे.
वो सबको पता चले.
ऎसा छोटासा प्रयास है.
हमारे इस प्रयास में.
आप भी शामिल हो जाइयॆ.
एक बार ब्लोग अड्डा में आके देखिये.

'A' or 'Gazal' jit said...

yaha dubnewalo ka shayad koi sahil nahi....
Gr8 lines yaar.....Sach me sochta hu ki kitna jyada janati ho tum zindagi ke bare me...Keep it up

पार्थ जैन said...

हाथ पकड़ने वाले तो बहुत !
उम्र भर साथ निभाने वाले


इन पक्तिंयों में वाकई सत्य छिपा है,आपने बहुत अच्छा लिखा