Thursday, September 27, 2007

फरियाद

हर रोज़ रात का इंतज़ार करते हैं !
चांद निकलता है तो तुम्हें याद करते हैं !
दिल टूट ता है ,जब होती है अमावस
उस दिन तुम्हारा चेहरा देखने की फरियाद करते हैं !

2 comments:

Udan Tashtari said...

बहुत सही फरियाद-!!!

संत शर्मा said...

Khubsurat